Category Archives: इतिहास
मां भगयाणी मन्दिर हरिपुर धार

आज के दिन 11 जून
1778 रूसी खोजकर्ता गेरासिम इज्माइलोव अलास्का पहुंचा। 1866 देश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय, तत्कालीन आगरा उच्च न्यायालय की स्थापना। 1901 न्यूजीलैंड ने कुक द्वीप पर कब्जा किया। 1978 पाकिस्तान के कराची विश्वविद्यालय में अल्ताफ हुसैन ने छात्न राजनीतिक संगठन ऑल पाकिस्तान मुहाजिर स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन की स्थापना की। 1981 ईरान के गोलबाफ में आए 6.9 की तीव्रता के भूकंप में लगभग दो हजार लोग मारे गए। 1991 माइक्रो सॉफ्ट ने MS DOS 5.0 जारी किया
श्रीखण्ड यात्रा 2011

यह स्थान समुद्रतल से लगभग 18000 फुट(5155 मीटर) की ऊंचाई पर है जिस कारण यहां मौसम ठण्डा रहता है। अतः यात्रियों से अनुरोध है कि अपने साथ, गर्म कपड़े, कम्बल, छाता, बरसाती व टार्च साथ लाएं। इस यात्रा की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ व प्लास्टिक के लिफाफे साथ न लाएं। यात्रियों से निवेदन है कि पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर ही इस यात्रा में भाग लें। श्रीखण्ड सेवादल कोई सरकारी सहायता प्राप्त संस्था नहीं है, सारा आयोजन सदस्यों के सहयोग से किया जाता है।
श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान भक्त जन निरमंड क्षेत्र के कई दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी कर सकते हैं। इस क्षेत्र के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हैं-
महिला दिवस
किंकरी देवी की पुण्य तिथि
आज 31 दिसम्बर है । आज प्रसिद्ध पर्यावरणविद किंकरी देवी की पुण्य तिथि है। आज ही के दिन 2007 को उनका स्वर्गवास हुआ था। किंकरी देवी ने सिरमौर में खदान माफिया के खिलाफ आवाज उठाई थी । उन्हे 2001 में रानी झांसी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सिरमौर के संगड़ाह में उच्च शिक्षा के लिए उन्होने 2002 में आवाज उठाई और संगड़ाह में 2005 में महाविद्यालय स्थापित हुआ।
जवाहर लाल नेहरू
महात्मा गांधी की जयंति
आज 2 अक्तूबर है और आज गांधी जी की जयंति है।
महात्मा गांधी को उनकी जयंति पर श्रधांजलि।
2 October 1869 – 30 January 1948)
हिमाचल निर्माता डा0 यशवंत सिंह परमार
किंकरी देवी की पुण्य तिथि
हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की प्रणेता किंकरी देवी की आज पुण्य तिथि है ! प्रदेश के सिरमौर जिला के दूर दराज़ गाँव घान्टो संगडाह में चार जुलाई उनीस सौ चालीस को जन्मी किंकरी देवी ने सिरमौर जिले गिरिपार क्षेत्र के खदानों में अवैज्ञानिक और अवैध ढंग से हो रही के विरुद्ध आवाज़ उठा कर पर्यावरण के प्रति लोगो को जागरूक किया ! 1985 में महिलाओं और स्याम सेवी सस्थाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की लड़ाई आरंभ की और आखिरी साँस तक इसे जारी रखा ! किंकरी देवी का जीवन घोर आभाव और गरीबी में बीता ! विरोध प्रदर्शन भूख हड़ताल ज्ञापनों के माधयम से किंकरी देवी ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को तो जागरूक किया ही साथ ही खनन माफियाओं को खुली चुनोती दी ! 1987 में दायर जनहित याचिका पर दिसम्बर 1991 में न्यायालय ने पक्ष में फैसला सुनाया था और 60 के लगभग खाने बंद हुई थी ! इस लड़ाई के खर्च के दौरान किंकरी देवी को ओना मंगलसूत्र तक बेचना पड़ा था ! 1998 में चीन के बीजिग में पांचवे विश्व महिला समेलन का सुभारम्भ करने वाली किंकरी देवी को 2001 में प्रधानमंत्री द्वारा स्त्री शक्ति राष्ट्रिय पुरस्कार और रानी झाँसी उपाधि से समान्नित भी किया गया ! दिसम्बर 2007 में गंभीर बीमार होने पर किंकरी देवी को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगड़ में भर्ती करवाया गया जहाँ उनका 30 दिसम्बर 2007 को निधन हो गया !
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