सदविचार के बिना मनुष्य की कोई स्थिति नहीं होती । — जयशंकर प्रसाद
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About रौशन जसवाल विक्षिप्त
अपने बारे में कुछ भी खास नहीं है बस आम और साधारण ही है! साहित्य में रुचि है! पढ लेता हूं कभी कभार लिख लेता हूं ! कभी प्रकाशनार्थ भेज भी देता हूं! वैसे 1986से यदाकदा प्रकाशित हो रहा हूं! छिट पुट संकलित और पुरुस्कृत भी हुआ हूं! आकाशवाणी शिमला और दूरदर्शन शिमला से नैमितिक सम्बंध रहा है!
सम्प्रति : अध्यापन
यह प्रविष्टि
जयशंकर प्रसाद,
quotation में पोस्ट की गई थी। बुकमार्क करें
पर्मालिंक।
जय शंकर प्रसाद जी कि सूक्ति के
माध्यम से जीवन-दर्शन से
परिचय करवा दिया आपने …
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