श्रेष्ठता Leave a reply मनुष्य गुणों से श्रेष्ठ बनता है आसन पर बैठने से नहीं। महल के शिखर पर बैठने से कौआ गरूड़ नहीं बन जाता। — चाणक्य Share this:TwitterFacebookLike this:पसंद करें लोड हो रहा है... Related