राष्‍ट्रगान

राष्‍ट्रगान जन गण मन को सविंधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को राष्‍ट्रगान के रूप में स्‍वीकार किया था। गुरूदेव रवींन्‍द्र नाथ टैगोर द्वारा लिखित यह गीत सबसे पहले 27 दिसम्‍बर 1911 को कलकता में हुए भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में गाया गया था। इसमें पांच अंतरे है इसका पहला अंतरा राष्‍ट्रगान के रूप में गाया जाता है।
राष्‍ट्रगान का गायन समय 52 सैकंड है विशेष अवसरों पर शुरू और अंत की पंक्तियों को भी लघु राष्‍ट्रगान के रूप में गाया जाता है जिसका समय 20 सैकंड होता है। जब कहीं राष्‍ट्रगान गाया जा रहा हो तो प्रत्‍येक भारतीय नागरिक का कर्तव्‍य है कि वह सावधान की अवस्‍था में खड़े हो कर राष्‍ट्रगान को पूर्ण सम्‍मान दे।

About रौशन जसवाल विक्षिप्‍त

अपने बारे में कुछ भी खास नहीं है बस आम और साधारण ही है! साहित्य में रुचि है! पढ लेता हूं कभी कभार लिख लेता हूं ! कभी प्रकाशनार्थ भेज भी देता हूं! वैसे 1986से यदाकदा प्रकाशित हो रहा हूं! छिट पुट संकलित और पुरुस्कृत भी हुआ हूं! आकाशवाणी शिमला और दूरदर्शन शिमला से नैमितिक सम्बंध रहा है! सम्‍प्रति : अध्‍यापन
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5 Responses to राष्‍ट्रगान

  1. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें |
    अच्छी जानकारी के लिए आभार …

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  2. Rahul Singh कहते हैं:

    विक्षिप्‍त के लेखन पर पहली टिप्‍पणी झंझट की. विक्षिप्‍त, तखल्‍लुस ही होगा, लेकिन इसके साथ गजल, कविता आदि तो पढ़ी जाती हैं. गंभीर नोट के साथ यह जरा अटपटा लगा. क्‍या कभी-कभार सिर्फ नाम से काम नहीं चलाया जा सकता.

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  3. कविता रावत कहते हैं:

    बहुत सुन्दर जानकारी
    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें

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  4. aarkay कहते हैं:

    राष्ट्र-गान व राष्ट्र -ध्वज को सम्मान देना हर भारतवासी का परम कर्त्तव्य है.

    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें !

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  5. आभार …इस सुंदर जानकारी के लिए….

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